Govt Employees DA Hike Good News: केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए जुलाई 2025 एक बड़ी सौगात लेकर आ सकता है। महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) इस बार 55% से बढ़कर 60% तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि आधिकारिक ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उनसे संकेत मिल रहे हैं कि तीन से पांच प्रतिशत तक की बढ़ोतरी संभव है।
बढ़ती महंगाई और AICPI डेटा बना आधार
महंगाई भत्ते की गणना सीधे तौर पर AICPI इंडेक्स (All India Consumer Price Index) के आंकड़ों पर आधारित होती है। मार्च 2025 में यह सूचकांक 143 था, जो मई के अंत तक 144 के करीब पहुंच चुका है। जून का आंकड़ा अभी बाकी है, लेकिन अगर यह ट्रेंड बरकरार रहता है तो 3% DA बढ़ोतरी लगभग तय मानी जा रही है। ऐसे में 55% से बढ़कर DA 58% तक पहुंच सकता है, और अगर सरकार अतिरिक्त राहत देती है, तो यह आंकड़ा सीधे 60% को छू सकता है।
जनवरी-जुलाई का पैटर्न हर साल दो बार राहत
सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स हर साल दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन की उम्मीद करते हैं – एक बार जनवरी में और दूसरी बार जुलाई में। इस बार भी जुलाई 2025 से नया DA लागू होना है, हालांकि इसकी घोषणा सरकार अकसर सितंबर या अक्टूबर में करती है। ऐसे में कर्मचारियों को कुछ महीनों तक इंतजार करना पड़ सकता है, लेकिन पिछला ट्रेंड और आंकड़े बताते हैं कि राहत मिलना तय है।
7वें वेतन आयोग के बाद DA में दिखी स्थिर बढ़त
2016 में जब 7वां वेतन आयोग लागू हुआ था, उस समय महंगाई भत्ता शून्य था। लेकिन धीरे-धीरे यह आंकड़ा बढ़ता गया और जनवरी 2025 तक 55% तक पहुंच चुका है। अगर जुलाई में यह 58% होता है और जनवरी 2026 में दो प्रतिशत और बढ़ाया जाता है तो यह 60% का स्तर पार कर जाएगा, जो कि हाल के वर्षों का एक अहम पड़ाव होगा।
अंतिम फैसला कैबिनेट की मुहर के बाद ही
हालांकि सारी उम्मीदें AICPI इंडेक्स और आंकड़ों पर आधारित हैं, लेकिन आखिरी फैसला केंद्र सरकार के पास ही है। कैबिनेट की बैठक में अनुमोदन मिलने के बाद ही इस पर औपचारिक मुहर लगती है। माना जा रहा है कि जैसे ही जून के महंगाई आंकड़े आएंगे, सरकार अंतिम समीक्षा शुरू करेगी और सितंबर या अक्टूबर में DA हाइक की आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
कर्मचारियों की जेब में आएगी राहत
अगर DA में 5% तक की बढ़ोतरी होती है तो इसका सीधा असर कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन पर पड़ेगा। मंहगाई से जूझ रहे मध्यम वर्गीय कर्मचारियों के लिए यह बढ़ोतरी त्योहारी सीजन से पहले एक बड़ी राहत साबित हो सकती है। साथ ही यह आर्थिक रूप से भी एक सकारात्मक संकेत होगा कि सरकार महंगाई के असर को कम करने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठा रही है।